Jal Jeevan Haryali Yojana : किसानो को मिल रही है 90% सब्सिडी

Jal Jeevan Haryali Yojana क्या है

Jal Jeevan Haryali Yojana बिहार सरकार द्वारा शुरू की गई एक महत्वपूर्ण योजना है, जिसका उद्देश्य राज्य में जल संरक्षण, पर्यावरणीय संतुलन, और हरियाली को बढ़ावा देना है। इस योजना की शुरुआत बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने 2 अक्टूबर 2019 को की थीJal Jeevan Haryali Yojana बिहार में जलवायु परिवर्तन के दुष्प्रभावों से निपटने और राज्य के प्राकृतिक संसाधनों के सतत विकास को सुनिश्चित करने के लिए एक महत्वपूर्ण कदम है।

तालाब, पोखर, आहर-पाइन जैसे पारंपरिक जल स्रोतों का पुनरुद्धार और संरक्षण करना ।वर्षा जल संचयन को प्रोत्साहन देना और जल संग्रहण के लिए संरचनाओं का निर्माण करना ।राज्य भर में व्यापक स्तर पर वृक्षारोपण करना।सड़क किनारे, नदियों के किनारे, और अन्य सार्वजनिक स्थलों पर पौधारोपण करना ।हरित आवरण को बढ़ावा देने के लिए स्कूलों, कॉलेजों, और अन्य शैक्षणिक संस्थानों में वृक्षारोपण कार्यक्रमचलाना |

इस योजना से किसानो को 75000 का सब्सिडी भी मिलता है | Jal Jeevan Haryali Yojana का लाभ कैसे उठा सकते है | तथा इस योजना के मुख्य उद्देश्य क्या है | सभी छोटी बड़ी जानकरी आज के इस आर्टिकल में जानने वाले है , नए नए अपडेट के लिए आप हमें सोशल मीडिया पे भी फॉलो करे लिंक निचे है |

Jal Jeevan Haryali Yojana
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सरकार Jal Jeevan Haryali Yojana के तहत कितना खर्च करने की घोषणा की है

बिहार सरकार ने Jal Jeevan Haryali Yojana के सफल योजना बनाने के लिए बड़े पैमाने पर निवेश की योजना बनाई है। Jal Jeevan Haryali Yojana के तहत सरकार ने ₹24,524 करोड़ खर्च करने की घोषणा की है। इस राशि का उपयोग राज्य में जल संरक्षण, वृक्षारोपण, जल निकायों के पुनरुद्धार, और अन्य पर्यावरणीय सुधार कार्यों के लिए किया जाएगा।

इस पैसे को विभिन जगहों पे खर्च करने की योजना बनायीं है | तालाब, पोखर, और अन्य जल स्रोतों के पुनरुद्धार के लिए बजट का एक बड़ा हिस्सा निर्धारित किया गया है।विभिन्न स्थानों पर पौधारोपण के लिए वित्तीय संसाधनों का आवंटन किया गया है, जिसमें सड़कों के किनारे, नदियों के किनारे, और अन्य सार्वजनिक क्षेत्रों में वृक्षारोपण शामिल है।शहरी और ग्रामीण क्षेत्रों में वर्षा जल संचयन की संरचनाओं के निर्माण और मरम्मत के लिए बजट का प्रावधान किया गया है।


वैकल्पिक ऊर्जा स्रोतों, जैसे सौर ऊर्जा और बायोगैस के प्रोत्साहन के लिए भी बजट निर्धारित किया गया है। प्लास्टिक के उपयोग को कम करने और पर्यावरण को स्वच्छ रखने के लिए जागरूकता अभियान और सुधारात्मक उपायों के लिए भी वित्तीय सहायता दी जाएगी।

बिहार सरकार द्वारा घोषित यह भारी-भरकम बजट Jal Jeevan Haryali Yojana की महत्वाकांक्षाओं को दर्शाता है। यह न केवल पर्यावरण और जल संसाधनों को संरक्षित करने में मदद करेगा, बल्कि राज्य में हरित आवरण और समग्र विकास को भी बढ़ावा देगा। इस प्रकार, सरकार का यह निवेश एक दीर्घकालिक सकारात्मक प्रभाव डालेगा और बिहार को एक हरित और जल-संपन्न राज्य बनाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा।

Jal Jeevan Haryali Yojana में किसानों को मिलने वाली सब्सिडी

बिहार Jal Jeevan Haryali Yojana के अंतर्गत किसानों को जल संरक्षण, सिंचाई, और कृषि के लिए आधुनिक तकनीकों के उपयोग को बढ़ावा देने के लिए सरकार ने सब्सिडी की सुबिधा भी देती है । इस योजना के माध्यम से सरकार किसानों को आर्थिक सहायता प्रदान करके कृषि उत्पादन को बढ़ाने और जलवायु परिवर्तन के प्रभावों को कम करने के लिए प्रेरित कर रही है।

Jal Jeevan Haryali Yojana के तहत किसानों को ड्रिप और स्प्रिंकलर सिंचाई प्रणाली अपनाने पर सब्सिडी प्रदान की जाती है। ड्रिप और स्प्रिंकलर प्रणालियों का उपयोग करने से जल की बचत होती है और फसल की पैदावार में वृद्धि होती है। जिससे किसान को अधिक फसल उपजने से अधिक लाभ होती है | ड्रिप और स्प्रिंकलर प्रणाली अपनाने वाले किसान को सरकार द्वारा 50% से 90% तक की सब्सिडी भी दी जा रही है , जो किसानों के लिए एक बड़ी राहत है।

और Jal Jeevan Haryali Yojana के अंतर्गत किसानों को सोलर पंप सेट लगाने के लिए भी सब्सिडी दी जाती है। सोलर पंप सेट बिजली की कमी वाले क्षेत्रों में सिंचाई के लिए बहुत उपयोगी है और इससे ऊर्जा की बचत भी होती है। Jal Jeevan Haryali Yojana के तहत किसानों को सोलर पंप लगने पर सरकार के तरफ 60% से 80% तक की सब्सिडी दी जाती है। जो किसानो को खेती करने के लिए एक बड़ी रहत है सरकार के तरफ से इस योजना के तहत इस प्रणाली को अपनाने के लिए सरकार के तरफ से अच्छा खासा सब्सिडी भी दी जा रही है |

किसानो को व्यक्तिगत और सामुदायिक तालाबों, कुओं, और अन्य जल निकायों के निर्माण और पुनरुद्धार के लिए भी सब्सिडी उपलब्ध है।इन परियोजनाओं में सरकार द्वारा 50% तक की सब्सिडी प्रदान की जाती है, जिससे किसानों को जल संग्रहण में सहायता मिलती है।किसानों को उनके खेतों की मेड़ों और आसपास वृक्षारोपण करने के लिए भी आर्थिक सहायता दी जाती है।यह सहायता पौधों की देखभाल, जल प्रबंधन, और पर्यावरणीय संतुलन बनाए रखने में मदद करती है। खेतों में जल संचयन के लिए छोटे बांध, चेक डैम, और जल संरक्षण संरचनाओं के निर्माण पर सब्सिडी प्रदान की जाती है।

यह सब्सिडी किसानों को जल संचयन की तकनीकों को अपनाने के लिए प्रोत्साहित करती है और सूखे के समय में सिंचाई के लिए जल उपलब्ध कराती है।बिहार Jal Jeevan Haryali Yojana के तहत किसानों को दी जाने वाली सब्सिडी कृषि में जल प्रबंधन को सशक्त बनाती है। इससे न केवल फसल उत्पादन में सुधार होता है, बल्कि किसानों की आय में भी वृद्धि होती है। Jal Jeevan Haryali Yojana से किसान आधुनिक तकनीकों को अपनाकर जल संकट से निपट सकते हैं और स्थायी कृषि के लिए एक मजबूत आधार बना सकते हैं। यह योजना बिहार के कृषि क्षेत्र में एक नई क्रांति लाने की दिशा में महत्वपूर्ण साबित हो रही है।

Jal Jeevan Haryali Yojana के अंतर्गत होने वाले कार्य और मुख्य उद्देश्य

  • पारंपरिक जल स्रोतों जैसे तालाब, पोखर, और जलाशयों की सफाई और पुनरुद्धार किया जा रहा है ताकि जल संचयन क्षमता बढ़े और जल स्तर में सुधार हो सके।
  • नदियों, नहरों और अन्य जल निकायों की सफाई और गाद निकालने का कार्य, जिससे इन जल स्रोतों की जलधारण क्षमता बढ़ाई जा सके।
  • किसानों को ड्रिप और स्प्रिंकलर सिंचाई प्रणाली अपनाने के लिए प्रोत्साहित करना और इसके लिए सब्सिडी प्रदान करना।
  • सड़कों, नदियों के किनारे, और सार्वजनिक स्थलों पर बड़े पैमाने पर वृक्षारोपण करना।
  • कृषि भूमि पर खेतों की मेड़ों पर भी पौधारोपण किया जा रहा है।
  • शहरी और ग्रामीण क्षेत्रों में वर्षा जल संचयन संरचनाओं का निर्माण और जागरूकता अभियान चलाया जा रहा है ताकि वर्षा के पानी का उपयोग किया जा सके।
  • घरों और सार्वजनिक स्थानों पर वर्षा जल को पुनर्भरण के लिए सोखते गड्ढों का निर्माण।
  • सिंचाई के लिए सोलर पंप सेट की स्थापना और इसके लिए आर्थिक सहायता प्रदान करना।
  • पानी के बहाव को रोकने और जल संग्रहण के लिए छोटे बांध और चेक डैम बनाए जा रहे हैं।
  • प्लास्टिक के उपयोग को कम करने और वैकल्पिक पर्यावरण-अनुकूल विकल्पों को अपनाने के लिए जागरूकता अभियान।
  • किसानों को जलवायु परिवर्तन के अनुकूल फसल पैटर्न और कृषि पद्धतियों को अपनाने के लिए प्रशिक्षण और सहायता प्रदान करना।
  • रासायनिक उर्वरकों और कीटनाशकों के उपयोग को कम करने के लिए जैविक खेती को बढ़ावा देना।
  • बंजर और अनुपयोगी भूमि को हरित क्षेत्र में बदलने के लिए वृक्षारोपण और अन्य सुधारात्मक उपाय।
  • गांवों और शहरों में पेयजल संरक्षण और जल वितरण प्रणालियों का सुधार।

Jal Jeevan Haryali Yojana हेतु पात्रता

  • Jal Jeevan Haryali Yojana का लाभ केवल बिहार राज्य के स्थायी निवासी ही उठा सकते हैं। आवेदक को बिहार का निवासी होने का प्रमाण प्रस्तुत करना आवश्यक है।
  • छोटे, सीमांत, और बड़े सभी प्रकार के किसान इस योजना के तहत विभिन्न योजनाओं का लाभ ले सकते हैं। किसान के पास खुद की जमीन होनी चाहिए या वह पट्टे पर कृषि कर रहा हो।
  • ग्रामीण और शहरी क्षेत्रों में कार्यरत सरकारी और गैर-सरकारी संस्थान, जैसे स्कूल, कॉलेज, पंचायत भवन, और अन्य सार्वजनिक संस्थान, योजना के तहत वृक्षारोपण और जल संरक्षण के कार्यों के लिए पात्र हैं।
  • जो किसान या संस्थान ड्रिप और स्प्रिंकलर सिंचाई प्रणाली, सोलर पंप सेट, और अन्य आधुनिक सिंचाई तकनीकों को अपनाना चाहते हैं, वे इसके लिए पात्र हैं।
  • व्यक्तिगत और सामूहिक तालाब, कुएं, और जलाशय निर्माण के लिए सब्सिडी लेने के लिए किसानों को जमीन के स्वामित्व का प्रमाण प्रस्तुत करना होगा
  • वृक्षारोपण के लिए व्यक्तिगत किसान, संस्थान, और स्वयं सहायता समूह सभी पात्र हैं।पौधों की देखभाल और सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए प्रोत्साहन दिया जाता है।
  • जैविक खेती को प्रोत्साहन के लिए पात्र किसान जो रासायनिक उर्वरकों के स्थान पर जैविक उर्वरकों का उपयोग करते हैं, वे भी सब्सिडी के लिए पात्र हैं।
  • आर्थिक रूप से कमजोर और वंचित वर्ग के किसान और व्यक्ति योजना के तहत विशेष प्राथमिकता प्राप्त कर सकते हैं।
  • जल संरक्षण और हरियाली के सामूहिक प्रयासों के लिए समूह, पंचायतें, और समुदाय आधारित संगठनों को भी योजना के तहत लाभ उठाने की पात्रता है।

Jal Jeevan Haryali Yojana हेतु दस्तावेज

  • आधार कार्ड (Aadhar Card)
  • निवास प्रमाण पत्र (Residence Certificate)
  • जमीन का कागज़ात (Land Documents)
  • बैंक खाता विवरण (Bank Account Details)
  • पासपोर्ट साइज फोटो (Passport Size Photograph)
  • आय प्रमाण पत्र (Income Certificate)
  • पात्रता प्रमाण पत्र (Eligibility Certificate)
  • सिंचाई उपकरण और सोलर पंप सेट का कोटेशन (Quotation for Equipment)
  • अनुबंध और सहमति पत्र (Agreement and Consent Letter)
  • जल संरक्षण और वृक्षारोपण योजना (Water Conservation and Plantation Plan)
  • परियोजना रिपोर्ट (Project Report)

Jal Jeevan Haryali Yojana ऑनलाइन आवेदन प्रक्रिया

  • सबसे पहले, बिहार सरकार की आधिकारिक वेबसाइट या Jal Jeevan Haryali Yojana की विशेष वेबसाइट पर जाएं। इस वेबसाइट पर आवेदन के लिए आवश्यक लिंक और फॉर्म उपलब्ध होंगे।
  • यदि वेबसाइट पर पहली बार आ रहे हैं, तो आपको पंजीकरण (रजिस्ट्रेशन) करना होगा। पंजीकरण के लिए अपने व्यक्तिगत विवरण जैसे नाम, पता, मोबाइल नंबर, और ईमेल आईडी प्रदान करें।
  • पंजीकरण के बाद, आपको एक यूजर आईडी और पासवर्ड प्राप्त होगा, जिसका उपयोग भविष्य में लॉगिन के लिए किया जाएगा।
  • प्राप्त किए गए यूजर आईडी और पासवर्ड का उपयोग करके वेबसाइट पर लॉगिन करें।
  • लॉगिन करने के बाद, ‘जल संचयन आवेदन’ या इसी तरह के विकल्प पर क्लिक करें। यहाँ पर एक ऑनलाइन आवेदन फॉर्म दिखाई देगा।
  • आवेदन फॉर्म को सही और पूर्ण रूप से भरें। इसमें आपको व्यक्तिगत जानकारी, खेत की जानकारी, जल संचयन के लिए प्रस्तावित योजना का विवरण और अन्य आवश्यक जानकारी प्रदान करनी होगी।
  • आवेदन फॉर्म भरने के बाद, आपको आवश्यक दस्तावेज़ों को स्कैन करके अपलोड करना होगा। इनमें आधार कार्ड, निवास प्रमाण पत्र, भूमि के कागजात, बैंक खाता विवरण, और अन्य संबंधित दस्तावेज़ शामिल हैं।
  • सुनिश्चित करें कि सभी दस्तावेज़ स्पष्ट और सही रूप से अपलोड किए गए हों।
  • सभी विवरण और दस्तावेज़ अपलोड करने के बाद, फॉर्म की समीक्षा करें। यदि सभी जानकारी सही है, तो ‘सबमिट’ या ‘जमा करें’ बटन पर क्लिक करें।
  • सबमिशन के बाद, आपको एक आवेदन संख्या या रसीद प्राप्त होगी। इसे भविष्य में ट्रैकिंग और संपर्क के लिए सुरक्षित रखें।
  • सबमिशन के बाद, आप अपनी आवेदन की स्थिति को ट्रैक कर सकते हैं। वेबसाइट पर ‘आवेदन स्थिति’ या ‘स्टेटस चेक’ विकल्प पर क्लिक करके अपनी आवेदन स्थिति देख सकते हैं।
  • आवेदन की समीक्षा और सत्यापन के बाद, स्वीकृति पत्र प्राप्त होगा। यह पत्र आपके पंजीकृत ईमेल या वेबसाइट पर लॉगिन के माध्यम से उपलब्ध होगा।

Jal Jeevan Haryali Yojana ऑनलाइन आवेदन स्टेटस चेक करने की प्रक्रिया

  • सबसे पहले, बिहार सरकार की आधिकारिक वेबसाइट या Jal Jeevan Haryali Yojana की विशेष वेबसाइट पर जाएं। इस वेबसाइट पर आपको आवेदन स्टेटस चेक करने के विकल्प मिलेंगे।
  • यदि आवश्यक हो, तो अपने यूजर आईडी और पासवर्ड का उपयोग करके वेबसाइट पर लॉगिन करें। यह जानकारी आपको आवेदन के दौरान प्राप्त हुई होगी।
  • वेबसाइट के होम पेज या मेनू पर ‘आवेदन स्टेटस चेक’ या इसी तरह के विकल्प पर क्लिक करें। यह विकल्प सामान्यतः मुख्य मेनू में या ‘सेवाओं’ (Services) के तहत होता है।
  • स्टेटस चेक पेज पर, आपको अपने आवेदन की स्थिति जानने के लिए आवेदन संख्या या रसीद नंबर और अन्य कुछ विवरण जैसे पंजीकृत मोबाइल नंबर या ईमेल आईडी दर्ज करने की आवश्यकता हो सकती है।
  • आवश्यक विवरण दर्ज करने के बाद, ‘चेक स्टेटस’ या ‘सर्च’ बटन पर क्लिक करें। इससे आपके आवेदन की वर्तमान स्थिति प्रदर्शित होगी।
  • अगर कोई समस्या होती है, तो सुनिश्चित करें कि आपने सही जानकारी दर्ज की है और पुनः प्रयास करें।
  • स्टेटस चेक के बाद, आपको अपने आवेदन की स्थिति के बारे में जानकारी प्राप्त होगी। इसमें यह जानकारी शामिल हो सकती है कि आवेदन स्वीकृत है, अभी समीक्षा में है, या किसी अतिरिक्त दस्तावेज़ की आवश्यकता है।
  • कुछ वेबसाइटों पर, स्टेटस चेक के बाद आपको ईमेल या SMS के माध्यम से आवेदन की स्थिति के बारे में अपडेट प्राप्त हो सकते हैं। अपने ईमेल और मोबाइल नंबर की जांच करें।

Jal Jeevan Haryali Yojana आवेदन स्टेटस न मिले तो क्या करें

  • सुनिश्चित करें कि आपने सही आवेदन संख्या, रसीद नंबर, और अन्य विवरण दर्ज किए हैं।
  • सुनिश्चित करें कि आपके द्वारा दर्ज की गई जानकारी सही है और किसी भी टाइपिंग त्रुटि को सुधारें।
  • कभी-कभी वेबसाइट पर तकनीकी समस्याएं हो सकती हैं। साइट पर फिर से प्रयास करें या थोड़ी देर बाद जांचें।
  • ब्राउज़र की कैश और कुकीज़ को क्लियर करने के बाद पुनः प्रयास करें।
  • यदि आपको अभी भी स्टेटस नहीं मिल रहा है, तो यह संभव है कि आपका आवेदन प्रोसेसिंग में हो या दस्तावेज़ की कोई कमी हो।
  • सुनिश्चित करें कि आपने सभी आवश्यक दस्तावेज़ सही तरीके से प्रस्तुत किए हैं और वे सही हैं।
  • संबंधित विभाग के कार्यालय से संपर्क करें। आवेदन पत्र जमा करने के स्थान पर या विभागीय हेल्पलाइन नंबर पर कॉल करके स्थिति के बारे में जानकारी प्राप्त करें।
  • स्थानीय कृषि विभाग, पंचायत कार्यालय, या अन्य संबंधित सरकारी कार्यालय से संपर्क करें।
  • यदि फोन पर संपर्क संभव नहीं हो, तो आप संबंधित विभाग के ईमेल पर आवेदन की स्थिति के बारे में जानकारी प्राप्त करने के लिए एक पत्र या ईमेल भेज सकते हैं।
  • यदि आप ऑनलाइन स्टेटस चेक नहीं कर पा रहे हैं, तो अपने नजदीकी लोक सेवा केंद्र (Common Service Center) पर जाएं। वे आपकी मदद कर सकते हैं और आपकी आवेदन की स्थिति चेक कर सकते हैं।
  • यदि आपकी समस्याओं का समाधान नहीं हो रहा है और लंबे समय से कोई प्रतिक्रिया नहीं मिल रही है, तो आप संबंधित विभाग में औपचारिक शिकायत दर्ज कर सकते हैं।
  • सुनिश्चित करें कि आपका आवेदन सही ढंग से सबमिट किया गया है और सभी प्रक्रिया पूरी की गई है। यदि आवश्यक हो, तो दोबारा आवेदन की प्रक्रिया का पालन करें।

महत्वपूर्ण लिंक

महत्वपूर्ण लिंक
Jal Jeevan Haryali Yojana की वेबसाइटClick Here
कृषि विभाग की वेबसाइटClick Here
आवेदन स्थिति चेक लिंकClick Here
कृषि विभाग संपर्क विवरणClick Here
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निष्कर्ष

Jal Jeevan Haryali Yojana बिहार में जल संसाधनों के संरक्षण और हरित विकास को प्रोत्साहित करने के लिए एक महत्वपूर्ण पहल है। इस योजना के माध्यम से, राज्य सरकार ने किसानों और स्थानीय समुदायों को जल संचयन और यथा स्थान जल प्रबंधन के लिए वित्तीय सहायता और सब्सिडी प्रदान की है, जिससे न केवल कृषि उत्पादकता में सुधार होगा बल्कि पर्यावरणीय स्थिरता भी सुनिश्चित होगी। सही तरीके से आवेदन करने और स्थिति की नियमित निगरानी करने से लाभार्थी योजनागत लाभ प्राप्त कर सकते हैं। यह योजना जल संरक्षण के प्रति जागरूकता बढ़ाती है और एक समृद्ध और हरित भविष्य की दिशा में एक ठोस कदम है। सही जानकारी और प्रबंधन के साथ, यह योजना राज्य के हर कोने में जल संकट को कम करने और पर्यावरणीय सुधार को बढ़ावा देने में सक्षम है।

Author

  • Dhiraj kumar

    धीरज कुमार sarkariupdates24.in वेबसाइट के संस्थापक एवं प्रधान संपादक हैं जो पिछले 2 वर्षो से लगातार शिक्षा से जुड़ी सभी जानकारी आपको देते आ रहे हैं धीरज कुमार बिहार के एक छोटे से जिला सीतामढ़ी के रहने वाले हैं इन्होनें स्नातक पार्ट 3 की पढ़ाई BRABU Muzaffarpur के अंतर्गत आने वाली PUP College से पूरा किये हैं, इनके द्वारा सबसे पहले सरकारी नौकरी, सरकारी योजना, रिजल्ट, स्कॉलरशिप, एवं यूनिवर्सिटी अपडेट से जुड़ी सभी जानकारी ब्लॉग पोस्ट के माध्यम से दिया जाता हैं

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